हिमांशु जोशी/पिथौरागढ़. भारत का कैलाश माने जाने वाले आदि कैलाश की आधिकारिक यात्रा शुरू हो गई है. इस यात्रा को केएमवीएन संचालित कर रहा है. जिसके पहले दल में 34 यात्रियों को आदि कैलाश और ॐ पर्वत के दर्शन कराने के साथ ही उन्हें हिमालयी इलाकों में पौधारोपण की मुहिम से भी जोड़ा जाएगा.
कैलाश मानसरोवर की यात्रा बंद होने से शिवभक्तों का रुझान आदि कैलाश की ओर काफी बढ़ा है जिसे कैलाश पर्वत के समान ही दर्जा दिया जाता है, पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा के नजदीक स्थित आदि कैलाश आने वाले यात्रियों की संख्या भी साल दर साल बढ़ते जा रही है.
केएमवीएन का पहला दल रवाना
केएमवीएन में अब तक 500 से ज्यादा लोग इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. जिसके पहले दल में 34 महिला-पुरुष यात्री हैं, जिसमें 18 साल से लेकर 75 साल तक के यात्री शामिल हैं. पिथौरागढ़ पहुंचे सभी यात्री अपनी इस यात्रा को लेकर काफी उत्साहित दिखे, जिन्होंने अपने अपने विचार लोकल 18 के साथ साझा किए हैं.
हिमालयी क्षेत्रों में पौंधारोपण करेंगे यात्री
पिथौरागढ के केएमवीएन प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने बताया कि सभी यात्रियों का पिथौरागढ़ में भव्य स्वागत किया गया, केएमवीएन के प्रयासों से यहां शिवमूर्ति की स्थापना की गई है. जिसकी पूजा के बाद यात्री अपने आगे के गंतव्य स्थान को प्रस्थान करते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों को हिमालय बचाओ अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण की मुहिम से जोड़ा जाता है. इस मुहिम के तहत यात्री हिमालयी क्षेत्रों में पौधारोपण करेंगे, साथ ही अपने साथ प्लास्टिक का कचरा वापस लाकर कूड़ेदान में ही डालेंगे.
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FIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 13:34 IST