शिखा श्रेया/रांची. हमेशा कहा जाता है कि अच्छे कर्म करो, ताकि मृत्यु के बाद आपके लिए स्वर्ग के दरवाजे खुले रहें. बुरे कर्म नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह सीधे आपको नर्क की तरफ ले जाता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गरुड़ पुराण में मनुष्य को घृणित कार्यों से बचकर रहने की सलाह दी गई है, ताकि मृत्यु के बाद मोक्ष मिल सके.
झारखंड की राजधानी रांची के ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे ने इस बारे में लोकल18 को विस्तार से जानकारी दी. रांची यूनिवर्सिटी से ज्योतिष शास्त्र में गोल्ड मेडलिस्ट व अपने पेशे में 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले आचार्य संतोष कहते हैं कि कुछ ऐसे कर्म हैं, जिन्हें करना सीधे नर्क के दरवाजे खोल देता है. रांची स्थित पंचवटी प्लाजा में ज्योति ज्योतिष परामर्श केंद्र में एस्ट्रो-टिप्स देने वाले आचार्य कहते हैं कि ऐसे कर्मों के लिए भगवान भी माफी नहीं देते.
कौन-कौन से 5 कर्म करना है निषिद्ध
• ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे बताते हैं कि परस्त्री गमन सबसे घृणित कर्म है. खासकर अगर आप अपने गुरु की पत्नी पर बुरी नजर डालते हैं, तो इससे घटिया और नीच हरकत कुछ हो ही नहीं सकती. गरुड़ पुराण इसे नीच कर्म मानता है.
• सगे भाई या फिर किसी गैर का धोखे से भी जमीन हड़प लेना या किसी का हिस्सा मार लेना, घृणित कर्मों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आता है.
• महिलाओं पर हाथ उठाना, अत्यधिक हिंसा करना, गाली-गलौज करना और महिलाओं का अपमान करने वाले पुरुष भी नर्क जाते हैं.
• महिलाओं के साथ छेड़खानी या अन्य अपराध, उनकी इज्जत पर बुरी नजर डालने वालों के लिए कोई माफी नहीं है. ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे अपराध भी इन्हीं कर्मों में शामिल हैं.
• झूठ बोलकर या किसी को धोखे से, किसी को रुला कर धन कमाने वाले लोग, बात-बात पर अपने से छोटे लोगों का अपमान करने वाले लोग व किसी का मजाक बनाने वाले लोग भी नर्क की श्रेणी में ही आते हैं.
नर्क से बचने का रास्ता
ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे बताते हैं कि इंसानों से गलती हो जाया करती है. लेकिन गलती के बाद अगर आपको पछतावा है, तो आप भूल कर भी दोबारा ऐसे काम न करने का संकल्प लें. उस पर अमल करें. नर्क से बचने का यही रास्ता है.
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FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 18:27 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.