Uttarpradesh || Uttrakhand

सीता नवमी पर करें इस विधि से मां जानकी की पूजा, यहां जान लें डेट और शुभ मुहूर्त

Share this post

Spread the love

अयोध्या: हिंदू धर्म में प्रभु राम और माता सीता की पूजा आराधना बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. जिस प्रकार रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. ठीक उसी तरह माता जानकी यानी की सीता नवमी का पर्व भी बेहद शुभ माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन भक्त बड़े उत्साह और उमंग के साथ माता सीता का जन्मोत्सव मानते हैं. इस साल यह पर्व 16 मई को मनाई जाएगी, तो चलिए इस रिपोर्ट में बताते हैं कि क्या है सीता नवमी का शुभ मुहूर्त और क्या है माता सीता की पूजा विधि .

दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी का पर्व मनाया जाता है. 16 मई दिन गुरुवार को सुबह 6:22 पर नवमी तिथि की शुरुआत होगी.  इसका समापन 17 मई दिन शुक्रवार सुबह 8:48 पर होगा.  इसके साथ ही सीता नवमी की पूजा सुबह 11:04 से लेकर दोपहर 1:45 तक कर सकते हैं

सीता नवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद एक चौकी पर लाल कपड़ा बेचकर राम दरबार की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए पंचामृत गंगाजल अथवा पवित्र जल से अभिषेक करना चाहिए. उसके बाद कुमकुम गोपी चंदन का तिलक लगाना चाहिए.  देसी घी का दीपक जलाना चाहिए, पीला फूल और माला अर्पित करना चाहिए मखाने की खीर फल मिठाई आज का भोग लगाना चाहिए.  इस दिन रामायण का पाठ बेहद शुभ माना जाता है.  इसके अलावा भजन कीर्तन का आयोजन करना चाहिए भगवान राम माता जानकी की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करनी चाहिए.  ऐसा करने से जीवन में आ रही तमाम तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी.  माता सीता के साथ प्रभु राम का आशीर्वाद मिलेगा.

FIRST PUBLISHED : May 12, 2024, 17:34 IST

Source link

Author:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ख़ास ख़बरें

ताजातरीन

× How can I help you?