Maternity planning, emergency fund, SIP and Investment: अगर आप कामकाजी महिला हैं और मैटरनिटी प्लान करने वाली हैं तो जरूरी है कि आप इसे सही से प्लान करें. यह प्लानिंग विभिन्न मोर्चों पर होनी होगी और इसके लिए दुरुस्त वित्तीय योजना बनानी होगी. मां बनने कै खूबसूरत अहसास के साथ ही आती हैं तमाम तरह की जिम्मेदारियां और चुनौतियां. इन्हें बेहतरीन ढंग से हैंडल किया जा सके, इसके लिए वित्तीय रूप से जागरूक होने की जरूरत है. फिनऐज के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मयंक भटनागर करते हैं कि फाइनेंशल सिक्यॉरिटी के लिए जर्नी की छोटी शुरुआत करें और इसमें अनुशासित निरंतरता लाए रखें.
आइए जानें मां बनने से पहले की प्लानिंग से जुड़े 6 जरूर पहलू:
भटनागर कहते हैं कि आपातकालीन निधि बनाने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता देने से आपको सुकून मिलेगा कि आप उस कठिन वक्त के लिए खुद को तैयार कर चुकी हैं जो आ सकता है. हमारी सहयोगी साइट मनी कंट्रोल के लिए भटनागर लिखते हैं कि अपने नन्हे-मुन्नों का स्वागत करना निस्संदेह रोमांचक है लेकिन यह एक कदम पीछे हटने और अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करने का भी सही समय है. इमर्जेंसी फंड किसी भी ऐसी कंडिशन से निपटने में आपकी मदद करेगा जो आपदा या कठिनाई की तरह आती है, यह उस दौरान सेफ्टी नेट के तौर पर काम करता है, मानसिक शांति और वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है.
FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 09:53 IST