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PoK में पाकिस्तान की क्रूरता प्रचंड पर, पब्लिक पर सैनिक बरसा रहें गोलियां, घरों में दुबके लोग

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इस्लामाबाद. पाकिस्तानी सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके में निवासियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है. अशांत क्षेत्रों से प्राप्त रिपोर्टों में कहा गया है कि पाकिस्तानी अधिकारी उन नागरिकों पर हमला कर रहे हैं जो भारी टैक्स, महंगाई और बिजली की कमी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. पीओके में दमन कोई नई बात नहीं है. ताजा कार्रवाई में पाकिस्तान रेंजर्स और स्थानीय पुलिस ने हवा में आंसू गैस, छर्रों और गोलियों की बौछार किया. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के हमले में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. मार्च एक शांतिपूर्ण विरोध के रूप में शुरू हुआ, लेकिन जब बलों ने हवा में गोलीबारी और अन्य संभावित घातक तरीकों से जवाब दिया, तो नागरिक पुलिस पर भड़क गए और झड़प शुरू हो गई.

पुलिस और जनता के बीच झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें पुलिसकर्मी हवा में और यहां तक कि भीड़ पर भी एके-47 से फायरिंग करते दिख रहे हैं. अस्पतालों में छात्र और महिलाएं रोते हुए नजर आए. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में आयोजित हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान नहीं खुले और आम जनजीवन प्रभावित हुआ. इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली.

‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, ‘जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी’ (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में कामकाज बंद रखने और चक्का जाम से जुड़ी इस हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव करने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे घरों और मस्जिदों में रह रहे लोग भी प्रभावित हुए.

पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए. जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर संभाग के विभिन्न हिस्सों में रातभर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को बंद का आह्वान किया था. जेकेजेएएसी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि राज्य भर के लोग 11 मई को मुजफ्फराबाद की ओर मार्च निकालेंगे.

सार्वजनिक कार्रवाई समिति बिजली बिल पर लगाए गए ‘अन्यायपूर्ण’ करों का विरोध करने वाला एक प्रमुख अधिकार आंदोलन है. पिछले साल अगस्त में भी इसी तरह की हड़ताल का आयोजन किया गया था.

Tags: Pakistan army, Pakistan news, PoK

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